नवरात्र आयोजन : घर के बच्चों को धर्म और परम्परा से जोड़ने का सलाना अवसर

नवरात्र आयोजन  : घर के बच्चों को धर्म और परम्परा से जोड़ने का सलाना अवसर
नवरात्र आयोजन  : घर के बच्चों को धर्म और परम्परा से जोड़ने का सलाना अवसर
नवरात्र आयोजन  : घर के बच्चों को धर्म और परम्परा से जोड़ने का सलाना अवसर
नवरात्र आयोजन  : घर के बच्चों को धर्म और परम्परा से जोड़ने का सलाना अवसर
नवरात्र आयोजन  : घर के बच्चों को धर्म और परम्परा से जोड़ने का सलाना अवसर
नवरात्र आयोजन  : घर के बच्चों को धर्म और परम्परा से जोड़ने का सलाना अवसर


नवरात्र आयोजन  : घर के बच्चों को धर्म और परम्परा से जोड़ने का सलाना अवसर 

औरंगाबाद. उत्सव और पर्व तभी  खुशियां ला पाते हैं जब हम उनमें पूरी तरह शामिल होते हैं। इस शामिल होने के काम में बड़ों की बात तो आम है पर छोटों को शामिल करना और उनका शामिल होना हर घर के उत्सव और पर्व के लिए सबसे ख़ास हो जाता है। यही वह अवसर है जब घर के छोटे सदस्य अथवा बालक अपने धर्म,परम्परा रिवाजों और मान्यताओं को सीखते हैं और सहज अपनाते हैं। नवरात्र के नौ दिन का समय,परम्परा के प्रशिक्षण के लिए और हिन्दू धर्म के निर्वाह के लिए एक विशेष अवसर होता है उन घरों के लिए, जहां धार्मिक मान्यताओं को महत्व दिया जाता है। 
    प्रस्तुत चित्र है नन्हे कान्हा का, जिसे घर के लोगों ने धार्मिक परम्परा में जुड़ने और जोड़ने के लिए कान्हा को उत्साहित किया है। यह कान्हा के घर की सामाजिक भागीदारी है परम्परा को आगे बढ़ाने के लिए। 
    कान्हा, औरंगाबाद के वरिष्ठ अधिवक्ता कुमार योगेंद्र नारायण सिंह के पौत्र और सीतयोग इंस्टीच्यूट आफ टेक्नालॉजी औरंगाबाद के सचिव डॉ राजेश कुमार सिंह के सुपुत्र हैं। 
      नवरात्र के अवसर पर कान्हा को सीतयोग न्यूज की ओर से ढेरों शुभकामनाएं।