दृष्टिहीनों के लिए मिसाल बने भावेश, आंख गंवाने के बाद खड़ी की 350 करोड़ कंपनी | SITYOG NEWS |

यह कहानी है सनराइज कैंडल के मालिक भावेश भाटिया की जिन्होंने दुनिया तो नहीं देखि लेकिन आज उन्हें दुनिया देख रही है. दरअसल एक बीमारी के कारण महज 23 साल की उम्र में आँखों के रौशनी गवा चुके भावेश आज 10000 लोगों को रोजगार देने का काम कर रहे हैं, जिनके जज्बे के मुरीद महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा भी हो गए।