गेंहूं को आग से बचा लें,बरतें सावधानियां ख़ास
गेंहूं की फसल को आग से बचा लें,बरतें ये सावधानियां ख़ास
औरंगाबाद. इनदिनों गेंहूं की तैयार फसल या तो कटनी के लिए तैयार है या फिर कटकर खलिहानों में आ चुकी है पर आग लगने की घटनाओं की बुरी खबरें भी इसी बीच खेत खलिहानों से आ जाती हैं। ऐसे में सीतयोग न्यूज की ओर से ---
गेहूं की फसल को आग लगने से बचाने के लिए कुछ सुझाव
अपने खेत में जिस जगह पर ट्रांसफार्मर लगा है वहां से गेहूं काट दें।
यदि पानी की जरूरत ना हो तो ट्रांसफार्मर का स्विच बंद रखें।
.लोहे की टंकियां पानी से भरकर खेतों के बीच में रख दें, अगर हो सके तो इसके साथ लगभग सौ फुट की पाइप का टुकड़ा लगाएं
• गांव में जितने भी बड़े स्प्रे पंप हैं उनकी टंकियों को पानी से भरकर तैयार रखें और छोटे स्प्रे पंपों को पानी से भरकर खेत वाले कमरे में ही रखें क्योंकि किसी समय छोटे हथियार भी काम आ जाते हैं।
• यदि गांव के लोग इक्ट्ठे होकर पांच दस आग बुझाने वाले सिलेंडर खरीद लें तो यह सोने पर सुहागे वाली बात हो सकती है।
• खेतों में बैठी लेबर को आग का प्रयोग बड़ी सावधानी से करना चाहिए क्योंकि कई बार ऐसी गल्ती बहुत बड़े नुकसान का कारण बन सकती है।
• आग बुझाने के लिए गांव के पांच दस साहसी नौजवानों की लिस्ट बनाकर रखी जाए और कोशिश की जाए कि वे ऐसे समय में गांव से कम ही बाहर जाएं।
• हल/कल्टीवेटर को खेत में ही रखें ताकि मुसीबत के समय गांव की तरफ ना भागना पड़े।
• प्रत्येक किसान के पास गुरूद्वारा साहिब के जिम्मेवार व्यक्ति का मोबाइल नंबर भी जरूर हो ताकि सूचना जल्द से जल्द पूरे गांव में पहुंचाई जा सके।
• प्रत्येक किसान के पास बिजली ग्रिड का नंबर जरूर होना चाहिए ताकि संकट के समय बिजली की सप्लाई बंद की जा सके।
कुछ सावधानियां ख़ास और ---
1. नरम गेहूं की कटाई और गहाई : नरम गेहूं की कतई और गहाई कई बार आग का कारण बन सकती है। गेहूं का नरम पुआल कम्बाइन थ्रैशरो के कुछ भागों में लिपट जाता है और किसी खड़े भाग से टकरा कर आग पैदा कर सकता है।
2. बीड़ी – सिगरेट से गेहूं को आग का खतरा- बीड़ी सिगरेट पीना पकी हुई गेहूं की फसल क लिए आग का कारण बन सकता है। पकी गेहूं के खेत में कभी भी बीड़ी-सिगरेट नहीं पीनी चाहिए।
3. बिजली के ट्रांसफार्मर और तारों से निकली चिंगारियां- बिजली के ट्रांसफार्मर के खम्बे के आस-पास की गेहूं की फसल को काट कर दूर रखना चाहिए ता की अगर कोई चिंगारी गिरे तो पकी हुई गेहूं की फसल का नुकसान न करे।
4. ट्रैक्टर यां इंजन के साइलेंसर में से निकली चिंगारी- ट्रैक्टर यां इंजन के साइलेंसर में से निकली चिंगारी भी आग का कारण बन सकती है। ट्रेक्टर के साइलेंसर का मुंह हमेशा ऊपर की तरफ ही रखना चाहिए।
5. गेहूं की पराली को आग लगाना — कई बार किसान गेहूं की कटाई और तूड़ी बनाने के बाद खेत को साफ करने के लिए गेहूं की पराली को आग लगा देते हैं। यह आग कई बार बेकाबू हो जाती है और खड़ी पकी हुई गेहूं की फसल को अपने लपेट में ले लेती है।