औरंगाबाद में इंडिया के संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा गया जातिगत जनगणना से वंचित वर्गों का हो सकेगा कल्याण।

औरंगाबाद में इंडिया के संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा गया जातिगत जनगणना से वंचित वर्गों का हो सकेगा कल्याण।

औरंगाबाद शहर के दानी बिगहा स्थित जिला अतिथि गृह में एनडीए नेताओं ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता का आयोजन किया। प्रेसवार्ता में जदयू प्रदेश प्रवक्ता डॉ अनुप्रिया पटेल, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पीयूष शर्मा एवं जदयू प्रदेश नेत्री पूनम शर्मा शामिल हुई। अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष विजेंद्र सिंह चंद्रवंशी व संचालन जदयू जिला मुख्य प्रवक्ता अजिताभ सिंह रिंकू ने की। सभी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातिगत जनगणना करवाने के निर्णय को ऐतिहासिक बताया। जदयू प्रदेश प्रवक्ता डॉ अनुप्रिया पटेल ने कहा कि 140 करोड़ देशवासियों के समग्र हित में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जातिगत जनगणना कराने का निर्णय अभूतपूर्व एवं स्वागत योग्य है। इस जातीय जनगणना के माध्यम से वंचित, पिछड़े और उपेक्षित वर्गों को सही पहचान और सरकारी योजनाओं में उनकी उचित भागीदारी दिलाने की दिशा में यह एक निर्णायक पहल है। नीतीश कुमार जातिगत जनगणना की नींव रखने वाले प्रमुख नेताओं में से एक हैं। जातीय जनगणना के मुद्दे पर नीतीश हमेशा सक्रिय रहे हैं। 1994 में संसद में अपने भाषण में नीतीश ने इसकी मांग की थी। बतौर सीएम नीतीश ने सभी वर्गों के सशक्तीकरण के लिए काम किया. पीएम मोदी ने देश भर में जातीय जनगणना कराने का निर्णय लेकर विपक्ष को करारा जवाब दिया है। जब जब विपक्ष सत्ता में रहा जातीय जनगणना नहीं कराई गई, सिर्फ उसके नाम पर सियासत हुई। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार ने खुद से जातीय सर्वे कराया जिसके कारण देश भर में जाति जनगणना की जमीन तैयार हुई। बिहार के फैसले को देश के स्तर पर अपनाया गया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पीयूष शर्मा ने कहा कि केंद्र के इस फैसले से वंचित वर्गों का कल्याण एवं उत्थान होगा। इसके साथ ही उन्हें मुख्य धारा से भी जोड़ा जाएगा।अब केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मजबूत एनडीए सरकार ने देश में जातिगत गणना कराने का निर्णय लिया है। पीएम मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी सभी जाति-धर्म का उत्थान कर रही है। बीते साल भी जाति गणना करवा कर बिहार के हित में कराया गया था। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऐतिहासिक फैसला है, इससे सामाजिक न्याय होगा। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने सामाजिक न्याय के नाम पर सिर्फ उन्माद फैलाया था। एनडीए सबका साथ-सबका विकास करती है। इस जाति गणना से शोषितों और वंचितों के लिए नीति बनाना आसान होगा। राहुल गांधी जाति गणना का विरोध करते थे और अब श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है, वहां जाति गणना हुआ, लेकिन आज तक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया गया। एनडीए की संयुक्त प्रेस वार्ता में एनडीए के प्रमुख घटक दल में शामिल चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास के कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए। हालांकि इस संबंध में जब मीडिया कर्मियों ने प्रेस वार्ता में सवाल किया तो कहा गया की पूर्व से लोजपा रामविलास की जिले में कोई कार्यक्रम प्रस्तावित थी। इसी कारण उनके कोई प्रतिनिधि संयुक्त प्रेस वार्ता में शामिल नहीं हुए। हालांकि लोजपा के विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। शायद यही कारण है कि लोजपा रामविलास ने संयुक्त प्रेस वार्ता से दूरी बनाया।