पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई से महिला-पुरुष व नाबालिग लड़के-लड़कियां गंभीर रूप से जख्मी

पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई से महिला-पुरुष व नाबालिग लड़के-लड़कियां गंभीर रूप से जख्मी

गोह थाना क्षेत्र के सिंघाड़ी गांव में रविवार के दिन नाला विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुई झड़प में पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई करने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि उक्त गांव में मुख्यमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत नाला निर्माण का कार्य किया जा रहा था। इसी को लेकर दो पक्षों के बीच में तू तो मैं हो गई फिर मारपीट की घटना घटी। वही सूचना पर पहुंचे 112 पुलिस के एसआई दिलीप कुमार मंडल के एक पक्षीय कार्रवाई से मामला तूल पकड़ लिया। वहीं झड़प के दौरान एसआई को मामूली सी चोट भी लग गई। सूचना पर पहुंची गोह पुलिस ने स्थानीय लोगों की पहल से मामले को शांत कराया। तत्पश्चात रविवार की आधी रात को थाना प्रभारी सुदीश कुमार के नेतृत्व में लगभग 40 की संख्या में पहुंची पुलिस ने एक जाति विशेष के घर मे घुसकर महिला, पुरुष, किशोर व किशोरियों को जमकर पिटाई कर दी। पुलिस द्वारा बर्बर तरीके से की गई पिटाई में अमरेन्द्र शर्मा की पत्नी रंजना देवी व उनकी 18 वर्षीय बेटी अदिती कुमारी, संतोष शर्मा की पत्नी रीना देवी, विमलेश शर्मा की पुत्री नितू कुमारी, संतोष शर्मा का 15 वर्षीय पुत्र रितिक रोशन, विकास शर्मा का 12 वर्षीय पुत्र कृष्णनंदन कुमार बुरी तरह से जख्मी हो गया। वहीं पुलिस की पिटाई से घर में सो रहे संजीत शर्मा का बायां हाथ टूट गया। सभी घायलों का स्थानीय पीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज हेतु मगध मेडिकल कॉलेज गया भेज दिया गया है। गांव में मातम सा माहौल है लोग काफी डरे सहमें हुए है। वहीं गांव की 100 वर्षीय वृद्ध महिला बुचानी देवी ने बताया कि पुलिस रात के 12:30 में घर का दरवाजा खटखटाया और खिड़की तोड़ने लगा। बहु ने जब दरवाजा खोला तो गाली-गलौज करते हुए पुलिस ने मारपीट कर दिया। घर का सारा समान इधर-उधर फेंक दिया। पुलिस का कहना था कि हमने किसी आरोपी को छिपाकर रखा है। इस संबंध में गोह थाना प्रभारी सुदीश कुमार ने बताया कि पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने गांव पहुंची थी, पुलिस मारपीट की घटना से इंकार कर रही है, परंतु पीड़ित का जख्म पुलिस के बयान के उलट है।