सात निश्चय योजना के अंतर्गत 'आर्थिक हल, युवाओं को बल'

सात निश्चय योजना के अंतर्गत 'आर्थिक हल, युवाओं को बल'

दाऊदनगर प्रखंड सभागार में डीआरसीसी (जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र) द्वारा सात निश्चय योजना पार्ट-2 के अंतर्गत "आर्थिक हल, युवाओं को बल" योजना को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता डीआरसीसी के सहायक प्रबंधक योजना शमशुल आलम ने की। बैठक में विकास मित्रों को इस योजना की विस्तृत जानकारी दी गई और उन्हें इस अभियान से जोड़ने पर जोर दिया गया। इस बैठक में समसुल हक ने बताया कि मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के अंतर्गत 12वीं पास जिनकी आयु 20 से 25 वर्ष तक है उन्हें जो आगे नहीं पढ़े हो या नहीं पढ़ रहे हैं उन्हें 1000 प्रतिमाह 2 वर्षों के लिए सहायता के रूप में दिया जाएगा एवं उन्हें मुफ्त कुशल एवं प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। दर्शन इंस्टीट्यूट कुशल युवा केंद्र, मौलाबाग के निदेशक रोशन कुमार सिन्हा ने बैठक के दौरान कौशल युवा कार्यक्रम के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में केवल शैक्षणिक डिग्री प्राप्त करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि व्यावसायिक कौशल भी उतना ही आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें उद्योगों की जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षित करना है।रोशन कुमार सिन्हा ने सभी युवाओं से इस योजना का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह एक सुनहरा अवसर है, जिसे गंवाना नहीं चाहिए। उन्होंने विकास मित्रों से भी आग्रह किया कि वे गांव-गांव जाकर युवाओं को इस योजना के प्रति जागरूक करें और अधिक से अधिक पंजीकरण कराएं। उन्होंने अंत में यह भी कहा कि "युवा ही देश का भविष्य हैं, और उन्हें सक्षम बनाना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। कौशल विकास से ही देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सकता है। विकास मित्रों को सक्रिय रूप से जोड़ा गया है ताकि योजना का अधिकतम लाभ जरूरतमंद युवाओं तक पहुंच सके।योजना के तहत मिलने वाली सुविधाएँ 4 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता मैट्रिक के बाद पॉलिटेक्निक या डिप्लोमा करने वाले छात्रों को सहायता दी जाएगी।इंटरमीडिएट के बाद 50 विभिन्न विषयों में पढ़ाई के लिए यह आर्थिक सहयोग उपलब्ध होगा।इस योजना का लाभ केवल 25 वर्ष तक के युवाओं को मिलेगा।तीन महीने का प्रशिक्षण युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण अधिकारी और संस्थान मौजूद रहे, जिन्होंने इस योजना को सफल बनाने में योगदान देने का संकल्प लिया।इस मौके पर एसडब्ल्यूओ रवि रंजन और एसडब्ल्यूओ सुरेश कुमार, राजन मिश्रा असिस्टेंट सेंटर कोऑर्डिनेटर, वागीशा एजुकेशनल ट्रस्ट एवम तमाम विकास मित्र उपस्थित हुए।