अतिक्रमण हटाने पुलिस पहुंची गांव,आक्रोश

अतिक्रमण हटाने पुलिस पहुंची गांव,आक्रोश

हाईकोर्ट के आदेश से प्रशासन ने मंगलवार को प्रखंड के पुरहारा में अतिक्रमण को हटाने पहुंची।सीओ कौशल्या कुमारी के नेतृत्व में गई पुलिस प्रशासन को ग्रामीणों का विरोध का सामना करना पड़ा।पुरुषों के साथ महिलाएं भी सड़क पर उतर गई।हलांकि प्रशासन ने बड़ी मशक्कत से घटनास्थल तक पहुंच गई।जेसीबी द्वारा साधु प्रसाद के घर का पीछे का भाग तोड़ने के दौरान ज्योंहि दूसरे घर के मकान में जेसीबी लगाया गया कि हाईकोर्ट द्वारा कार्रवाई पर रोक के आदेश के बाद मकान तोड़े जाने की प्रक्रिया समाप्त हो गया।बड़ी संख्या में पुलिस बल को देख ग्रामीणों के बीच हड़कंप मच गया।सभी गरीबों का आशियाना उजाड़ने का विरोध कर रहे थे।यहां सीओ के नेतृत्व में बीडीओ प्रदीप कुमार चौधरी, थानाध्यक्ष नरोत्तम,राजस्वकर्मी समेत लगभग दो सौ से अधिक की संख्या में पुलिस बल मौजूद थे।गांव में 61 लोगों के खिलाफ अतिक्रमण के जमीन पर मकान बनाने को लेकर हाईकोर्ट में केस न. सीडब्लूजेसी 3832 मामला चल रहा था।सीओ ने बताया कि अतिक्रमणकारियों के खिलाफ हाईकोर्ट का आदेश आया था।जिसके आलोक में कार्रवाई को लेकर प्रशासन गांव पहुंची।लेकिन कोर्ट के कार्रवाई पर रोक के आदेश आने पर कार्रवाई को रोक दिया गया व प्रशासन फिर वापस लौट गई।बताया कि मुझे कोर्ट का आदेश का पालन करना है।जैसा फिर आदेश आएगा वैसा किया जाएगा। अवैध कब्जा धारियों को मकान व अतिक्रमण किए गए स्थल को खाली करने के लिए पूर्व ही सूचना दी गई थी। कार्रवाई के विरोध में काफी संख्या में महिला तथा पुरुष सड़क पर उतड़कर विरोध जताया।बत दें कि प्रशासन के साथ काफी संख्या में पुलिस बल व जेसीबी पर ग्रामीणों की नजर पड़ी कि ग्रामीण आक्रोश में आ गए।ग्रामीण प्रशासन को गांव में घुसने नही दे रहे थे।ग्रामीण प्रशासन के विरोध में नारे भी लगाए।ग्रामीणों का आरोप है कि कई ग्रामीणों को सरकार द्वारा जमीन का पर्चा भी दिया गया है।कई जमीन पर सरकार द्वारा आवास योजना के तहत मकान भी बनाया गया है।ऐसे में गरीबों का घर उजाड़ना नाइंसाफी है।अभी कुछ घरों में शादी भी है।उसकी भी चिंता रही है।